Tuesday, February 16, 2021

मेरे घर खेलन अयीयों - Mere Ghar Khelan Ayiyo - LYRICS-

मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

ठंडे पानी गरम करवाए मेरे घर नहावं आना गजानन
मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

घिस घिस चंदन भरी कटोरी तिलक लगाने आना गजानन,     मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

पीला पीताम्बर मै लाई हूं पीताम्बर पहनने आना गजानन
मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

छप्पन तो मेंने भोग बनाए भोग लगाने आना गजानन
मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

सोने के लोटा गंगाजल पानी पानी पीने आना गजानन
मेरे घर खेलन आना 
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

चंदा की चांदनी में चौपड़ बिछाई मेरे घर खेलन आना गजानन,     मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

मखमल का गद्दा रेशम के तकिया मेरे घर सोने आना गजानन,     मेरे घर खेलन आना
मेरे घर खेलन आना गजानन मेरे घर खेलन आना

कलयुग बनो कमल को फूल - Kalyug Bano Kamal Ko Phool - LYRICS-

कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो

मैने तो जानी बहना सेवा करेगी
बहना मांगे chhochhak भात
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो


मैने तो जानी बेटा सेवा करेगे
बेटा चले गए देश विदेश
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो


मैने तो जानी बेटी सेवा करेगी
बेटी तो ब्याह गई परदेश
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो


मैने तो जानी नाती सेवा करेंगे
नाती पढ़ गए बी ए पास
अब मेरी सेवा कौन करेगो
कलयुग बनो कमल को फूल अब मेरी सेवा कौन करेगो

Monday, February 15, 2021

बहना मेरी बनी हवेली चार - Behna Meri Bani Haveli Chaar - LYRICS-

बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी

चार बहू मेरे चार ही बेटा बहना मेरे रातों दबावें पैर
बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी

दो बेटा मेरे लगे फौज में बहना उनकी तनख्वाह साठ हजार,  बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी


दो बेटा मेरे लगे पुलिस में बहना मेरो राजा थानेदार
बहना मेरी बनी हवेली चार राम गुण मै न गाऊंगी

एक बहू मेरी ऐसी आ बहना वाने कर दये बारह बांट
राम गुन अब मै गाऊंगी

देवरानी जेठानी मेरी ताने मारे बहना तेरे कहां गए साठ हजार राम गुण अब क्यों गावे री
बहना तेरो कहां गई थानेदार राम गुन अब क्यों गावे री

पिता पोती मेरे पैसा मांगें बहना मेरे लुट गए साठ हजार
राम गुन अब मै गाऊंगी

पलंग पे अब न चढ़ूंगी - Palang Pe Ab N Chahungi - LYRICS-

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे पहली पीर जब आई
सास मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भइं मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे दूजि पीर जब आई
जीठानी मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भई मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा


सो राजा मेरे तीजि पीर जब आई
देवरानी मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भई मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे चौथी पीर जब आई
नन्द मैने जाय जगाई मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही करवट ले गईं
बड़ी बेदर्दी भई मोरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

सो राजा मेरे पांचवीं पीर जब आई
राजाजी मैने जाय जगाए मोरे राजा
सो राजा मेरे सुनते ही वो उठ बैठे
वो ही तो मेरे अपने भए मेरे राजा

पलंग पे अब ना चढ़ुंगी मोरे राजा
सेज पे अब न चढ़ूंगि मोरे राजा

तुम्हें भक्त बुलाते हैं - Tumhen Bhakt Bulate Hain - LYRICS-

बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

माथे पे तुम्हारे चंदा सोहे लटो में गंगा की धार 
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

कानों में तुम्हारे बिच्छू सोहे गल सर्पों की माल
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

एक हाथ में डमरू साजे बगल में त्रिशूल की धार
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

कमर तुम्हारे मृगछाला है अंग भभूती लगी
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

बगल में तुम्हारे गौरा विराजे गोदी में गणपति लाल
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

पैरों में तुम्हारे खड़ाऊ विराजे सेवा में नन्दी लाल
तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं
बम बम बम बम भोले तुम्हें तुम्हारे भक्त बुलाते हैं

Sunday, February 14, 2021

सतगुरु रे मेरी रंग दो चुनरिया - Satguru Re Meri Rang Do Chunariya - LYRICS-

सतगुरु रे मेरी रंग दो चुनरिया
चुनरी ओढ़ में बागों में गई थी
मालिन पूछे रे सखी कहां से लाई चुनरी
मोल नाय मिलती उधारी नाय मिलती
सांझ सवेरे मैने करी है भक्ति
तब सतगुरु ने रंगी है चुनरिया

सक्किन, धोबिन, रानी, सखियां
कुओं, तालों, महलों, मंदिर
(इन्हीं शब्दों से भजन आगे बढ़ाना है)

खो गई खो गई रे - Kho Gayi Kho Gayi Re - LYRICS-

 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

सासू ढूंढे ससुर ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे थाने को थानेदार
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

जेठ ढूंढे जीठनी ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे जिले को जिलेदार
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

देवर ढूंढे देवरानी ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे चौकी को चौकीदार 
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में

राजा ढूंढे हम भी ढूंढे ढूंढे सब परिवार
ढूंढे ढूंढे रे ननादिया को यार 
कुंभ के मेले में
 खो गई रे ननदिया हमार कुंभ के मेले में