Saturday, July 3, 2021

ग्यारस उपासी रह लेे - Gyaras Upaasi Reh Le - LYRICS-

ग्यारस उपासी रह लेे तेरो तर जाएगो जियरा
तर जाएगी जियारा संभल जाएगो जियरा

मात पिता और गुरु अपने की तीनों के वचनों पे चल रे
तेरो तर जाएगो जियारा

सास ससुर और पति अपने की तीनों की सेवा कर रे
तेरो तर जाएगो जियारा

बहन भांजी और जैठोता तीनों का आदर कर रे
तेरो तर जाएगो जियारा

गंगा जमुना और त्रिवेणी तीनों में गोता लगा ले 
तेरो तर जाएगो जियारा
गीता, भागवत और रामायण तीनों को दिल से सुन रे 
तेरो तर जाएगो जियारा

Friday, July 2, 2021

जब भी बुलाओ - Jab Bhi Bulao - LYRICS-

जब भी बुलाओ चले आएंगे कान्हा तेरे मंदिर में

जो कान्हा तुम सोना दोगे सोने का मुकुट पहनाएंगे
कान्हा तेरे मंदिर में

जो कान्हा तुम चांदी दोगे चांदी का छत्र च्ढाएंगे
कान्हा तेरे मंदिर में

जो कान्हा तुम तांबा दोगे तांबे का घंटा चढ़ाएंगे
कान्हा तेरे मंदिर में

जब कान्हा तुम पैसा दोगे तेरा भंडारा कराएंगे
कान्हा तेरे मंदिर में

जब कान्हा तुम शक्ति दोगे तेरा ही भजन कराएंगे
कान्हा तेरे मंदिर में

Thursday, July 1, 2021

बुढ़ापे बैरी कोई न पूछे बात - Budhapa Bairy Koi N Poochhe Baat - LYRICS-

बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात
आयो बुढ़ापा के गयो मेरे कान में बात
मीठा बोलो झुक के चलो लाठी लेे लो हाथ
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

अंदर से वो बेटा आया सुन मैया मेरी बात
चारों कोने पड़े है घर में कहीं बिछा लेे खाट
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

अंदर से वो बहू अाई सुन सासू मेरी बात 
घर की चाबी हमको देदो तुम्हें रहे न कुछ याद
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

बाहर से वो पिता आया सुन दादी मेरी बात
रात भर तुम खों खो करती बाहर बिछा लो खाट
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

बाहर से वो धेवता आया सुन मानी मेरी बात
तुम मरोगी हमें क्या दोगी हम तो करेंगे तुम्हें याद
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

बाहर से वो सदगुरू आए सुन पगली मेरी बात
राम नाम की माला जप लेे भजन करो दिन रात
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

Wednesday, June 30, 2021

जीवन बिताया पिया - Jeevan Bitaya Piya - LYRICS-

जीवन बिताया पिया तेरे संग में 
जाऊंगी गुरु जी के सत्संग में

इस सत्संग में मीराबाई आवे 
मीराबाई आवे हरि के गुण गावे
अमृत बनाया पिया पल भर में
जाऊंगी गुरु जी के सत्संग में


इस सत्संग में द्रौपदी आवैं
द्रौपदी आवैं हरि के गुण गावे
चीर बढ़ाया पिया पल भर में
जाऊंगी गुरु जी के सत्संग में


इस सत्संग में प्रहलाद आवे
प्रहलाद आवैं हरि के गुण गावे
प्राण बचाए पिया पल भर में
जाऊंगी गुरु जी के सत्संग में


इस सत्संग में शबरी आवैं 
शबरी आवे हरि के गुण गावे
पार उतारी पिया पल भर में
जाऊंगी गुरु जी के सत्संग में


इस सत्संग में नरसी आवे
नरसी आवे हरि के गुण गावे
भात भराया पिया पल भर में
जाऊंगी गुरु जी के सत्संग में

मेरे अंगना में तुलसी खड़ी - Mere Angna Me Tulsi Khadi - LYRICS-

मेरे अंगना में तुलसी खड़ी कान्हा जी को प्यारी लगीं

कहो तो तुलसी तुम्हें टीका बनवा दूं राधाजी देख चलीं
कान्हा जी को प्यारी लगीं
मेरे अंगना में तुलसी खड़ी कान्हा जी को प्यारी लगीं

कहो तो तुलसी तुम्हें हरवा बनवा दूं राधाजी देख चलीं
कान्हा जी प्यारी लगी
मेरे अंगना में तुलसी खड़ी कान्हा जी को प्यारी लगीं 

इसी तरह से आगे भजन बढ़ाना है

Tuesday, June 29, 2021

मेरी शेरावाली मां - Meri Sheravaali Maa - LYRICS-

मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना
बुढ़ापा मुझे मत देना बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

बेटा मेरा पैसे वाला कभी न पूछे मेरा हाल
बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

बेटी तो मेरी गई सासरे कभी न करती बात
बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

बड़े शौक से बहू मैं लाई वो भी न माने मेरी बात
बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

कौड़ी कौड़ी मैया जोड़ी कुछ भी न आया मेरे हाथ
बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

चुन चुन कंकड़ महल बनाए कौने में पड़ी मेरी खाट
बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

मैया मुझे गर देना बुढ़ापा भजन करूं दिन रात
बुढ़ापा मुझे मत देना
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना

मैंने राम का मंदिर देख लिया -Maine Ram Ka Mandir Dekh Liya - LYRICS-

मैंने राम का मंदिर देख लिया अब श्याम का मंदिर देखेंगे
हम आ ही गए तेरी काशी में विश्वनाथ के दर्शन कर लेंगे

केवट ने कहा रघुराई से मैंने चरणों का जादू देख लिया
मैंने चरणों का जादू देख लिया अब चरण धुला कर देखेंगे
मैंने राम का मंदिर देख लिया अब श्याम का मंदिर देखेंगे

मीरा ने कहा गिरधर से मैंने जहर का प्याला देख लिया
मैंने जहर का प्याला देख लिया अब अमृत का प्याला देखेंगे
मैंने राम का मंदिर देख लिया अब श्याम का मंदिर देखेंगे

द्रौपदी ने कहा श्यामसुंदर से मैंने चीर चुराना देख लिया 
मैंने चीर चुराना देख लिया अब चीर बढ़ाना देखेंगे
मैंने राम का मंदिर देख लिया अब श्याम का मंदिर देखेंगे
हम आ ही गए तेरी काशी में विश्वनाथ के दर्शन कर लेंगे