Thursday, July 21, 2022

देख देख मेरो जिया - Dekh Dekh Mera Jiya - LYRICS -

देख देख मेरो जिया घबराए कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो जाको करूं आरतो, बर्र ततैया मोहे उड़ उड़ खाएं
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो जाकी लाऊं बलैया करो नाग गले लहराए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो जाकी करूं भंवरिया गंगा तो जाके शीश लहराए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

गांव को नाइन यों उठ बोली हाय राम मेरो नउआ बच जाए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

कैसे तो गौरा की करूं आरती जाको बूढ़ा नदिया नव नव जाए
कैसी आई है बारात कैसी आई है बारात

Thursday, June 16, 2022

मैं तो राधे राधे गाउं - Main To Radhey Radhey Gaaun -LYRICS

मैं तो राधे राधे गाउं श्याम तेरी गलियों में

इन गलियों में तूने माटी खाई, में तो माथे तिलक लगाऊं
श्याम तेरी गलियों मे
श्याम तेरी गलियों में
मैं तो राधे   गाउं श्याम तेरी गलियों में
इन गलियों मेंn तूने चीर चुराया, यहीं पेb  नहाने आऊं
श्याम तेरी गलियों में
मैं तो राधे राधे गाउं श्याम तेरी गलियों में
 इन गलियों में तूने रास रचाया, यहीं पे नाचन आऊं
श्याम तेरी गलियों में
मैं तो राधे राधे गाउं श्याम तेरी गलियों में


Tuesday, June 14, 2022

कर लो भजन दिल खोल के - Kar Lo Bhajan Dil Khol Ke -LYRICS

कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो दान दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने बेटों को जोड़ी, बेटों ने ले ली सिर फोड़ के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने बहुओं को जोड़ी, बहुओं ने ले ली ताला तोड़ के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने नातियों को जोड़ी, नातियों ने ले ली तखरी तोल के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने बेटियों को जोड़ी, बेटी चली गई नाता तोड के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

ये माया मैंने खुद को ही जोड़ी, मैं भी चली सब छोड़ के
क्या करोगे माया को जोड़ के
कर लो भजन दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़ के

सदगुरु बांटें ज्ञान - Sadguru Baanten Gyan- LYRICS-

सदगुरु बांटें ज्ञान गिरारे में ले ले री भाएली

पहले ज्ञान मीरा ने ले लियो, जाको पिब गयो ज़हर इशारे में
ले ले री भाएली...

इसी प्रकार से आगे - द्रौपदी, नरसी, हरिचंद,मोरध्वज आदि 
                             कह कर भजन पूरा करना है

Tuesday, June 7, 2022

बोलो सीताराम मेरी बहना - Bolo Seetaram Meri Behna - LYRICS-

 बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना

इसमें रुपया लगे न पैसा, बिन पैसों का काम मेरी बहना
बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना


भाई बंधु और कुटुंब कबीला, आवे नाही काम मेरी बहना
बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना


श्री राम का सुमिरन कर ले, राधे श्याम का सुमिरन कर ले
सीताराम का सुमिरन कर ले, आवे वो ही काम, मेरी बहना
बोलो सीताराम मेरी बहना, बोलो राधेश्याम मेरी बहना

Monday, June 6, 2022

इस आलीशान मकान का - Is Aalishaan Makan Ka - LYRICS-https://youtu.be/jf_kBCuRUGY

इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया

पांच तत्व का महल बनाया, कारीगर ने खूब सजाया
खाल मांस के पुर्जे बनाए, क्या सुंदर खूब सजाया
क्या देते हो आप किराया...

इस महल के दस दरवाजे, उपर कलश अंगूरी साजे
अनहद नौबत निश्दीन बाजे, क्या सुंदर खूब सजाया
क्या देते हो आप किराया...

प्राण अपान का पंखा हिलता ज्ञान का दीपक निश्दिन जलता
पांच तत्व की लगी कचहरी, पल पल न्याय कराता
क्या देते हो आप किराया...

मकान के मालिक को न जाना, किस भूल में फिरे दीवाना
तेरी पग पग डोले काया, क्या देते हो आप किराया
क्या देते हो आप किराया...

अलख निरंजन राम की माया, पूरण ब्रह्म एक दर्शाया
जीव ईश का भेद मिटाया, आप में आप समाया
क्या देते हो आप किराया...

अब क्या हो भोलेनाथ - Ab Kya Ho Bholenath - LYRICS-

अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में
संगमरमर के महल बनाए, बामे बहू बेटा ठहराए
हमारी खटिया बाहर बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

तरह तरह के पकवान बनाए, सब परिवार बैठ के खाए
हमको रोटी अचार, बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

बहू बेटा गाड़ी में घूमे, हम हैं चौकीदार
बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

बेटा सुनते नही बेटी सुनती नहीं,अरे बेटा भए गुलाम 
बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

अरे बड़ी मुश्किल से काया पाई, इसको बड़ी बड़ी मेवा खाई
साबरी सिकुड़ गई खाल, बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में

अरे सब छोड़ प्रभु तेरे दर आई, तुमसे बड़ी बड़ी आस लगाई
अब कर दो भाव से पार, बीच बुढ़ापे में
अब क्या हो भोलेनाथ बीच बुढ़ापे में