मेरी बीती उमर अंधेरे में
मोपे बचपन आयो डट में तो गुड़िया खेली हंस हंस के
मैं तो रही री सहेलियों के घेरे में मेरी बीती उमर अंधेरे में
मोप अाई जवानी डट के मैंने सिंगार कियो हंस हंस के
मैं तो रही री पति के घेरे में मेरी बीती उमर अंधेरे में
मॉपे आयो बुढ़ापा डट के मैंने नाती को ब्याह रचायो
मैं तो रही री बेटन के घेरे में मेरी बीती उमर अंधेरे में
मेरे नाती बेटा बतराए जाकी दारो खाट उसारे में
मेरी खुल गई आंख उजारे में
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