Monday, June 14, 2021

सब कहते है राधा राधा - Sab Kehte Hai Radha Radha - LYRICS-

सब कहते हैं राधा राधा गाते है भजन आधा आधा

श्रवण ने छोड़ा राज पाट मां बाप की सेवा करने को
डोली में बिठाए मात पिता कंधे पे वजन आधा आधा
सब कहते हैं राधा राधा गाते है भजन आधा आधा

मां बाप ने कितने जतन किए परिवार रहे मेरा मिल जुल के, भाई से भाई लड़ बैठे परिवार किया आधा आधा
सब कहते हैं राधा राधा गाते है भजन आधा आधा

मंदिर में घंटा बजा रहे मस्जिद में अल्लाह बोल रहे
मंदिर मस्जिद को तुड़वा के भगवान किया आधा आधा
सब कहते हैं राधा राधा गाते है भजन आधा आधा

सांवरे पिया मेरी रंग दे - Saanvre Piya Meri Rang DE - LYRICS-

सांवरे पिया मेरी रंग दे चुनरिया
राधा के पिया मेरी रंग दे चुनरिया

ऐसी रंग रंगियो जो कभू न छूटे
धोबिनिया धोबे चाहे सारी उमरिया
सांवरे पिया मेरी रंग दे चुनरिया

लाल न रांगियो हरी भी न रंगीयो
अपने ही रंग में रंग दे चुनरिया
सांवरे पिया मेरी रंग दे चुनरिया

चुनरी ओढ़ बागों में गई थी
सांवरे की लग गई मुझको नजरिया
सांवरे पिया मेरी रंग दे चुनरिया

वैध न बुलाऊंगी दवाई भी न खाऊंगी
सांवरे पिया मुझपे डाल दो नजरिया
सांवरे पिया मेरी रंग दे चुनरिया

उंगली पकड़ जाने पौंचा पकड़ो
सांवरे ने झार दयि राधा की नजरिया
सांवरे पिया मेरी रंग दे चुनरिया

Saturday, June 12, 2021

करो चाहे लाख चतुराई - Karo Chahe Lakh Chaturaai - LYRICS-

करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

बना एक कांच का मंदिर उसी में भगवान रहते हैं
लिए हैं पेन और कागज सभी की तकदीर लिखते हैं
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

लड़कपन खेल में खोया जवानी नींद भर सोया
बुढ़ापा देखकर रोया   उसी घर सबको जाना है
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

वो टूटी आम से डाली रोया बाग़ का माली
बगीचा हो गया खाली   उसी घर सबको जाना है
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

पलंग के चार हैं पाए विधाता लेने को आए
खुशी से लेे चलो भाई रोएंगे बहन और भाई 
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

Monday, June 7, 2021

नैया डूबेगी अभागे तेरी - Naiya Doobegi Abhaage Teri - LYRICS-

नैया डूबेगी अभागे तेरी भजन बिना
भजन बिना बाबरे भजन बिना

किस कारण तूने जन्म लिया है,जी तूने बिसरायो
संसारी जीवन में फंसकर तूने जन्म गंवायो
खो गई खो गई री उमरिया जतन बिना
नैया डूबेगी अभागे तेरी भजन बिना

किसकी आस तके है वन्दे कोई नहीं है तेरा
ये काया तेरे संग न होगी जब हो मरघट डेरा
उड़ गई उड़ गई रेे गठरिया पवन बिना
नैया डूबेगी अभागे तेरी भजन बिना

अब भी सोच समझ के मूर्ख जीवन अपना बना ले
आत्म ज्ञान की वह रही गंगा प्रेम से उसमे नहा ले
कैसे बीतेगी उमरिया राम बिना
नैया डूबेगी अभागे तेरी भजन बिना

Friday, June 4, 2021

मड़ैया मेरी ऐसी छबैयो - Madhaiya Meri Esi Chhabaiyo - Lyrics-

मड़ैया मेरी ऐसी छाबैयो घनश्याम
ऐसी मड़ैया सब काऊ की होए

ऋषिकेश जैसो आंगन होवे, हरिद्वार दरवाजा होवे
लहर लहर गंगा होए

मड़ैया मेरी ऐसी छाबैयो घनश्याम
ऐसी मड़ैया सब काऊ की होए

बेला होए चमेली होए दौना को एक मरुओ होवे
लहर लहर तुलसा होए

मड़ैया मेरी ऐसी छाबैयो घनश्याम
ऐसी मड़ैया सब काऊ की होए

राधेश्याम को मंदिर होवे, भोलेनाथ को मंदिर होवे,
जगदम्बा को मंदिर होवे, सीता राम को मंदिर होवे,
पूजा करूं सुबह शाम

मड़ैया मेरी ऐसी छाबैयो घनश्याम
ऐसी मड़ैया सब काऊ की होए

ऋषि मुनि मेरे आंगन आवैं, सतगुरु जी मेरे आंगन आवैं
ऋषि मुनि की वाणी होवे, सतगुरु जी की संगत होवे
सत्संगत मेरे आंगन होवे सत्संग सुनूं में सुबह शाम

मड़ैया मेरी ऐसी छाबैयो घनश्याम
ऐसी मड़ैया सब काऊ की होए

एक रिक्शे वाला - Ek Rikshe Vala- LYRICS-

एक रिक्शे वाला दो सवारी लेे गया 
चलते चलते बाबूजी में धक्का दे गया

ससुर हमारे से नमस्ते कर गया 
सासू हमारी को भगा के लेे गया
एक रिक्शे वाला दो सवारी लेे गया 
चलते चलते बाबूजी में धक्का दे गया


जेठ हमारे से नमस्ते कर गया
जीठनी हमारी को भगा के लेे गया
एक रिक्शे वाला दो सवारी लेे गया 
चलते चलते बाबूजी में धक्का दे गया


देवर हमारे से नमस्ते कर गया
देवरानी हमारी को भगा के लेे गया
एक रिक्शे वाला दो सवारी लेे गया 
चलते चलते बाबूजी में धक्का दे गया


नंदोई हमारे से नमस्ते कर गया
नन्द हमारी को भगा के लेे गया
एक रिक्शे वाला दो सवारी लेे गया 
चलते चलते बाबूजी में धक्का दे गया

Thursday, June 3, 2021

मैंने ओम नाम न लियो - Maine Om Naam N Liyo -LYRICS--

मैंने ओम नाम न लियो री न गई री गुरु के डेरे में
मेरी बीती उमर अंधेरे में


मोपे बचपन आयो डट में तो गुड़िया खेली हंस हंस के
मैं तो रही री सहेलियों के घेरे में   मेरी बीती उमर अंधेरे में


मोप अाई जवानी डट के मैंने सिंगार कियो हंस हंस के
मैं तो रही री पति के घेरे में   मेरी बीती उमर अंधेरे में


मॉपे आयो बुढ़ापा डट के मैंने नाती को ब्याह रचायो
मैं तो रही री बेटन के घेरे में  मेरी बीती उमर अंधेरे में


मेरे नाती बेटा बतराए जाकी दारो खाट उसारे में 
मेरी खुल गई आंख उजारे में
मैं तो जाऊंगी गुरु के डेरे में  मेरी बीती उमर अंधेरे में