Wednesday, September 1, 2021

अमृत बरस रहा सत्संग में - Amrit Baras Rayo Satsang Me - LYRICS-

अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत मीरा ने पी लयो है गई बाबरिया
जहर पचाने सतगुरू आ गए बन के सावरिया
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत अर्जुन ने पी लायो है गयो बाबरिया
ज्ञान सुनाने सतगुरु आ गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत नरसी ने पी लो है गयो बाबरिया 
भात भरने  सतगुरु आ गए बन के सावारिया
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत द्रौपदी ने पी लयाे है गई बाबरीया
चीर बढ़ाने सतगुरु सा गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत हरिश्चंद ने पी लो है गयो बाबरिया
गढ़ उचाने सतगुरु आ गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत प्रहलाद ने पी लो है गयो बाबरिया
प्राण बचाने सतगुरु आ गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया



Sunday, August 29, 2021

रहे बोल पपिहा मोर - Rahe Bol Papiha Mor - LYRICS-

रहे बोल पपिहा मोर हो मोर लियो जन्म श्याम ने गोकुल में  लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

नन्द के घर में बजे बधाई नाचें गावे गीत लुगाई
ए जी मच रहा अब तो शोर हां शोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

बादल बरसे बिजली कड़की बासदेव का कलेजा धड़के
बरसे घटा घनघोर हो घोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

मात यशोदा को सब कुछ मिल गया नन्द बाबा का दिल
भी खिल गया को आ गए नन्द किशोर किशोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

मुख चूमें कभी लाड़ लड़ावे मन में यशोदा फूली न समावे
हुए शुभ कर्मन का जोर हो जोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

अब तो री सखियों बज गए बारह आ गया प्यारा नन्द दुलारा देखो हो गई ब्रज में भोर हो भोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

Friday, August 27, 2021

नैना लड़ गए श्याम सलोने से - Naina Lad Gaye Shyam Salone Se - LYRICS-

नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए
हां जी नैना लड़ गए हांबे नैना लड़ गए
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए

दिन नहीं चैन रात नहीं निंदिया नई प्रीत के होने से
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए

तेरी मेरी प्रीत पुरानी प्रीत पुरानी लाला प्रीत पुरानी
जब से अाई मैं गौने से
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए

तन मन वारूं तोपे तन मन वारुं हां नन्द बाबा के छौने पे
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए


घर धंधे में फांसी बाबरी - Ghar Dhandhe Me Fansi Babri - LYRICS-

घर धंधे में फंसी बाबरी तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर आंख मिली है दर्शन तक न करे बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर कान दिए हैं सत्संग तक न सुनो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितनी सुंदर जिव्हा दी है सुमिरन तक न करो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर हाथ दिए हैं दान तक न किया बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर पैर दिए हैं मंदिर तक न गई बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

देख लिया गौरा तेरे मायके का हाल - Dekh Liya Gaura Tere Mayke Ka Haal - LYRICS-

देख लिया गौरा तेरे मायके का हाल तेरा मायका
 कमाल तेरा मायका कमाल

पहली बार भोले गए ससुराल, टूटी सी खटिया बापे 
फटो हुओ टाट
तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल


दूजे बार भोले गए ससुराल, लंबो गिलास बामें
खट्टी सी छाछ तेरा मायका 
तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल


तिजी बार भोले गए ससुराल, मक्का की रोटी 
बापे सरसों का साग
तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल


चौथी बार भोले गए ससुराल, बैठे हैं पास कोई
कोई पूछे न हाल
तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल


पांचवीं बार भोले गए ससुराल भोले ने गौरा को बुलाया
नार लिया घूंघट फुलाए लिया गाल
तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल

छठवीं बार भोले गए ससुराल गौरा ने भोले को देखा
मांग ली माफी और जोड़ लिए हाथ
तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल

दिल तुमको दिया ओ सांवरे - Dil Tumko Diya O Saanvre - LYRICS-

दिल तुमको दिया ओ सांवरे प्यार तुमसे किया ओ सांवरे

तेरे माथे पे मुकुट सजा है, उसमे हीरा जड़ा ओ सांवरे
दिल तुमको दिया ओ सांवरे प्यार तुमसे किया ओ सांवरे

तेरे नैनों में कजरा लगा है, तेरी तिरछी नज़र आई सांवरे
दिल तुमको दिया ओ सांवरे प्यार तुमसे किया ओ सांवरे

तेरे तन पे पीताम्बर सजा है, उसमे गोटा लगा ओ सां वरे
दिल तुमको दिया ओ सांवरे प्यार तुमसे किया ओ सांवरे

तेरे हाथों में मुरली सजी है वो जादू भरी ओ सांवरे
दिल तुमको दिया ओ सांवरे प्यार तुमसे किया ओ सांवरे

Tuesday, August 10, 2021

आयो फागुन को महीना सखी - Aayo Fagun Ko Maheena Sakhi - LYRICS-

आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला 

एक दिना कैलाश चलेंगे वहीं डालेंगे झूला 
वहां गौरा जी मिलेंगी सखी डालो री झूला
आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला 

एक दिना वैकुंठ चलेंगे वहीं डालेंगे झूला
वहां लक्ष्मी जी मिलेंगी सखी डालो री झूला
आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला 

एक दिना ब्रह्मलोक चलेंगे वहीं डालेंगे झूला
वहां ब्राह्मणी मिलेंगी सखी डालो री झूला
आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला 

एक दिना अयोध्या चलेंगे वहीं डालेंगे झूला
वहां सीताजी मिलेंगी सखी डालो री झूला
आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला 

एक दिना वृंदावन चलेंगे वहीं डालेंगे झूला
वहां राधाजी मिलेंगी सखी डालो री झूला
आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला 

एक दिना मंदिर में चलेंगे वहीं डालेंगे झूला
वहां सखियां मिलेंगी सखी डालो री झूला
आयो सावन को महीना सखी डालो री झूला