Tuesday, September 7, 2021

तुम तो मुरली वाले - Tum To Murli Vale - LYRICS-

तुम तो मुरली वाले जन्म के कपटी

औरों की गागर नित उठ भरते 
मेरी मटकी मांझधार में अटकी
तुम तो मुरली वाले जन्म के कपटी

औरों का माखन नित उठ खाते
मेरा माखन अधरन बीच अटकी
तुम तो मुरली वाले जन्म के कपटी

औरों को दर्शन नित उठ देते
मेरी अखियां दर्शन को तरसिं
तुम तो मुरली वाले जन्म के कपटी

औरों की गैया नित ही चराते
मेरी गईया वन वन में भटकिं 
तुम तो मुरली वाले जन्म के कपटी

Friday, September 3, 2021

ओ हो हो मंदिर में गज़ब हो गया - O Ho Ho Mandir Me Gajab Ho Gaya - LYRICS-

ओ हो हो मंदिर में गजब हो गया
ओ हो हो कान्हा से मिलन हो गया
मैंने पूजा की थाली सजाई और माखन मैं घर भूल आई
ओ हो हो मेरा कान्हा मचलने लगा
ओ हो हो मंदिर में गजब हो गया

घर से में जब मंदिर में अाई मेरी सखियों ने ढोलक बजाई ओ हो हो मेरा कान्हा ठुमकने लगा
ओ हो हो मंदिर में गजब हो गया

घर से जब में मंदिर में अाई मेरे कान्हा ने मचाई दुहाई
ओ ही हो मेरा कान्हा रुंठने लगा
ओ हो हो मंदिर में गजब हो गया

घर से जब मैं मंदिर में अाई मैने आंसुओं की माला
पहनाई ओ हो हो मेरा कान्हा प्रसन्न हो गया
ओ हो हो मंदिर में गजब हो गया

kanahiya मुझे थोड़ी सी गीता सुना दो - Kanahiya Mujhe Thodi Si Geeta Suna Do - LYRICS-

कान्हा मुझे थोड़ी सी गीता सुना दो

न चाहिए कान्हा माथे का टीका 
कान्हा मेरे माथे पे चंदन लगा दो


न चाहिए कान्हा गले का हरवा 
कान्हा मुझे तुलसी की माला पहना दो


न चाहिए कान्हा हाथों के कंगना
कान्हा मेरे हाथो से दान करवा दो


न चाहिए कान्हा पैरों की पायल
कान्हा मुझे सारे तीरथ करा दो

Wednesday, September 1, 2021

अमृत बरस रहा सत्संग में - Amrit Baras Rayo Satsang Me - LYRICS-

अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत मीरा ने पी लयो है गई बाबरिया
जहर पचाने सतगुरू आ गए बन के सावरिया
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत अर्जुन ने पी लायो है गयो बाबरिया
ज्ञान सुनाने सतगुरु आ गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत नरसी ने पी लो है गयो बाबरिया 
भात भरने  सतगुरु आ गए बन के सावारिया
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत द्रौपदी ने पी लयाे है गई बाबरीया
चीर बढ़ाने सतगुरु सा गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत हरिश्चंद ने पी लो है गयो बाबरिया
गढ़ उचाने सतगुरु आ गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया

ये अमृत प्रहलाद ने पी लो है गयो बाबरिया
प्राण बचाने सतगुरु आ गए बन के सवारियां
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया



Sunday, August 29, 2021

रहे बोल पपिहा मोर - Rahe Bol Papiha Mor - LYRICS-

रहे बोल पपिहा मोर हो मोर लियो जन्म श्याम ने गोकुल में  लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

नन्द के घर में बजे बधाई नाचें गावे गीत लुगाई
ए जी मच रहा अब तो शोर हां शोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

बादल बरसे बिजली कड़की बासदेव का कलेजा धड़के
बरसे घटा घनघोर हो घोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

मात यशोदा को सब कुछ मिल गया नन्द बाबा का दिल
भी खिल गया को आ गए नन्द किशोर किशोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

मुख चूमें कभी लाड़ लड़ावे मन में यशोदा फूली न समावे
हुए शुभ कर्मन का जोर हो जोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

अब तो री सखियों बज गए बारह आ गया प्यारा नन्द दुलारा देखो हो गई ब्रज में भोर हो भोर
लियो जन्म श्याम ने गोकुल में

Friday, August 27, 2021

नैना लड़ गए श्याम सलोने से - Naina Lad Gaye Shyam Salone Se - LYRICS-

नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए
हां जी नैना लड़ गए हांबे नैना लड़ गए
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए

दिन नहीं चैन रात नहीं निंदिया नई प्रीत के होने से
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए

तेरी मेरी प्रीत पुरानी प्रीत पुरानी लाला प्रीत पुरानी
जब से अाई मैं गौने से
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए

तन मन वारूं तोपे तन मन वारुं हां नन्द बाबा के छौने पे
नैना लड़ गए श्याम सलोने से नैना लड़ गए


घर धंधे में फांसी बाबरी - Ghar Dhandhe Me Fansi Babri - LYRICS-

घर धंधे में फंसी बाबरी तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर आंख मिली है दर्शन तक न करे बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर कान दिए हैं सत्संग तक न सुनो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितनी सुंदर जिव्हा दी है सुमिरन तक न करो बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर हाथ दिए हैं दान तक न किया बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे

कितने सुंदर पैर दिए हैं मंदिर तक न गई बाबरी
तोए कैसे राम मिलेंगे