Friday, May 20, 2022

गुरूजी आसान पे बैठे - Guru ji Asan Pe Baithe - LYRICS-

गुरूजी आसन पे बैठे सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ कौरे से मत बैठो री जन्म गूंगी को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ बैठ के मत झाड़ो री जन्म लंगड़ी को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ चुगली मत करिए री जन्म गूंगी को मिलेग
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठते ही मत खाओ री जन्म बिल्ली को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ घर घर मत डोलो री जन्म कुतिया को मिलेगो
सबको रहे हैं समझाए

सबेरे उठ नहाय धोए भजन करो री द्वार बुद्धि के खुलेंगे
सबको रहे हैं समझाए

Wednesday, May 18, 2022

बहना चलो गुरु के पास - Behna Chalo Guru Ke Pass - LYRICS-

बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे

मां के जाए  भाई भतीजे कछु काम न आवेंगे
बहना भर तो देंगे भात बाद में बहुत सुनाएंगे
बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे


सास के जाए देवर जेठ कछु काम न आवेंगे
बहना हिस्सा लेंगे बांट बाद में रस मचावेंगे
बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे


कोख के जाए नाती बेटा काम न आवेंगे
बहना धन माया ले छीन बाद में सींग दिखावेंगे
बहना चलो गुरु के पास गुरूजी कछु ज्ञान बतावेंगे

Tuesday, May 17, 2022

चुनरिया मोरी ऐसी रंगईयो - Chunariya Mori Aisi Rangaiyo - LYRICS-

चुनरिया मोरी ऐसी रंगईय रंगरेज ऐसी रंगईय रंगरेज
चुनरिया....

एक पल्ले पे भोले बाबा दूजे पे हो पार्वती 
तीजे पे हो ब्रह्मा विष्णु, चौथे पे लक्ष्मी सरस्वती
बूढ़ा नदिया बैल सवारी, घूंघट पे लिखियो गणेश
चुनरिया मोरी...

आए पास हो नदिया नारे बीच समंदर धारा हो
गंगा जमुना सरयू मैया त्रिवेणी की धारा हो
कमली वाले ऐसी लिखियों, धोवे से न हो सफेद
चुनरिया मोरी...

राधा रंगीली छैल छबीली रुकमिन सतभामा प्यारी
१६००८ पटरानी जिनमें नाचें गिरधारी
अर्जुन के हो रथ के साथी गीता को लिखो उपदेश
चुनरिया मोरी...


Monday, May 16, 2022

मनोकामना पूरी करो - Manokamna Poori Karo - LYRICS-

मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले की जटों में क्या क्या विराजे
जटों में गंगा गंगा की है धार जय जय....
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले के गले में क्या क्या विराजे
राउंड भुसुंड सर्प की है माला जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले के हाथो में क्या क्या विराजे
हाथों में डमरू डमरू की है तान जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले के अंगों में क्या क्या विराजे
अंग भभुति कमर मृगछाल जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

भोले की बागली में क्या क्या विराजे
बगल में गौरा गोदी में गणपति लाल जय जय...
मनोकामना पूरी करो जय जय भोलेनाथ -२

Sunday, May 15, 2022

तेरे संग में रहेंगे ओ मोहना - Tere Sang Me Rahenge O Mohna - LYRICS-

तेरे संग में रहेंगे ओ मोहना, ओ मोहना ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम पुष्प बनी मैं धागा बनूं, माला में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम दीपक बनो मैं बाती बनूं जोती में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम मुरली बनो मैं तान बनूं, अधरों पे मिलेंगे ओ मोहना

तेरे संग में रहेंगे...
तुम वक्त बनो मैं श्रोता बनूं, कीर्तन में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम माखन बनो मैं मिश्री बनूं, स्वादों में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम सागर बनो मैं लहरें बनूं, धारा में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम सूरज बनो मैं चंदा बनूं, मंडल में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

तुम दाता बनो मैं भिखारी बनूं, भावों में मिलेंगे ओ मोहना
तेरे संग में रहेंगे...

Friday, May 13, 2022

भाव बिन मिले नहीं भगवान - Bhaav Bin Mile Nhi Bhagvaan - LYRICS-

ओ भगवान को जपने वाले दिल से कर ले ध्यान 
भाव बिन मिले नहीं भगवान

दुर्योधन की छोड़ी मेवा, विदुरानी की भा गई सेवा
जो ढूंढे उसको मिल जाए कहते वेद पुराण
भाव बिन मिले नहीं भगवान

झूठे फल शबरी के खाए राम ने रुचि रुचि भोग लगाए
जो ढूंढे उसको मिल जाए कहते वेद पुराण
भाव बिन मिले नहीं भगवान

ध्रुव,  प्रहलाद,  सुदामा,  मीरा, नरसी भगत की मिट गई पीड़ा
श्रद्धा और समर्पण से ही मिलते करुणा निधान
भाव बिन मिले नहीं भगवान

भाव बिन न भक्ति सुहावे बिना गुरु के ज्ञान न आवे
राह न पावे पथिक बाबरे तू मुरख नादान
भाव बिन मिले नहीं भगवान

Thursday, May 12, 2022

मढैया मेरी ऐसी छबाइयो - Madhaiya Meri Aisi Chabaiyo - LYRICS-

मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए


हरिद्वार दरवाजो होवे ऋषिकेश जैसे आंगन होवे
लहर लहर गंगा होए
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए

बेला होए चमेला होवे दौना को एक मरुआ होवे
लहर लहर तुलसा होए
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए

भोले बाबा को मंदिर  होवे राधाकृष्ण को मंदिर होवे
जगदम्बा को मंदिर होवे हनुमान जी को मंदिर होवे
पूजा करूं सुबह शाम
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए

ऋषि मेरे आंगन आवैं सतगुरु जी मेरे आंगन आवैं
ऋषि मुनि की वाणी होवे सत्संगत मेरे आंगन होवे
सत्संग सुनूं सुबह शाम
मढैया मेरी ऐसी छबाइयो घनश्याम 
ऐसी मढैया सब काऊ की होए