Sunday, February 19, 2023

लाया लाया रे भात मेरा वीर - Laya Laya Re Bhaat Mera Veer - LYRICS

लाया लाया रे भात मेरा वीर मैं आरती उतार रही
आया आया रे मेरी मां का जया वीर मैं आरती उतार रही

द्वारे मैंने कलश धराये वंदनवार सजाए
मोतियां चेक पूरे मैने चौकी बीच बिछाई
गले माला पहनाऊं मेरे वीर मैं आरती उतार रही

श्याम सलोना भैया मेरा रुकमिन जैसी भाभी
दिल में मेरे खुशी बहुत है भात की शुभ घड़ी आई
में कैसे बांधों अपना धीर मैं आरती उतार रही
अंखियों में हैं प्रेम के आंसू मन मेरा मुस्काए
प्यारा भैया लाल चुनरिया सिर पे मेरे उड़ाए
मेरे बाबुल देवें आशीष मैं आरती उतार रही

युग युग जीवन भैया भाभी जीवन में सुख पावें 
कहूं प्रभु से हाथ जोड़कर विपदा न कोई आवे
मेरी विनती सुनो रघुवीर मैं आरती उतार रही 

Monday, February 6, 2023

आया है सारा ब्रह्माण्ड - Aaya Hai Sara Brahmand - LYRICS -

आया है सारा ब्रह्माण्ड बन्नी तेरी हल्दी में
बन्नी तेरी हल्दी में बन्नी तेरी हल्दी में
आया है...

पहली हल्दी गणपति ने पिसाई - २ रिद्धि सिद्धि ने चढ़ाई
सफल हुए सब काज बन्नी तेरी...

दूजी हल्दी ब्रह्मा ने पिसाई -२ ब्रह्ममणि ने चढ़ाई
दे दिया विद्या बुद्धि दान बन्नी तेरी...

तीजी हल्दी विष्णु ने पिसाई -२ लक्ष्मी मैया ने चढ़ाई
भर दिया घर भंडार बन्नी तेरी...

चौथी हल्दीभोले ने पिसाई -२ गौरा मैया ने चढ़ाई
दे दिया अमर सुहाग बन्नी तेरी...

पांचवीं हल्दी राम ने पिसाई -२ सीता मैया ने चढ़ाई
दे दिया धर्म का ज्ञान बन्नी तेरी...

छठवीं हल्दी कृष्ण ने पिसाई -२ राधा मैया ने चढ़ाई
दे दिया प्रेम का ज्ञान बन्नी तेरी...

सातवीं हल्दी हम सब ने पिसाई प्यारी बन्नी को है लगाई
गाया मंगलचार हल्दी पे चढ़ा है निखार बन्नी तेरी...

Friday, February 3, 2023

बहना मेरे सतगुरु दे गए ज्ञान - Behna Mere Satguru De Gaye Gyan - LYRICS -

ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे
बाद भक्ति का लगाई रे २

कहे की धरती कहे का अम्बर कहे का बना संसार 
बाग भक्ति का लगाइयो रे
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे


पाप की धरती धर्म का अम्बर अरे मतलब का है संसार
बाग भक्ति का लगाइयो रे
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे


काहे की नाव कौन खेवटिया अरे तू तो कहे से उतरे पार
बाग भक्ति का लगाइयो रे
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे


सेवा की नाव दान खेवटिया अरे कर्मों से उतरे पार
बाग भक्ति का लगाइयो रे
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे

Tuesday, January 31, 2023

उठे तो बोले राम - Uthe To Bole Ram - LYRICS -

उठे तो बोले राम बैठे तो बोले राम 
ये राम भक्त हनुमान बोले राम राम राम 

इनके नैनों में भी राम उनके हृदय में भी राम
इनके रोम रोम में राम बोलें राम राम राम
उठे तो बोले राम बैठे तो बोले राम 
ये राम भक्त हनुमान बोले राम राम राम 



करे राम नाम की भक्ति और राम नाम की शक्ति
इनका राम शरण में ध्यान बोलें राम राम राम
उठे तो बोले राम बैठे तो बोले राम 
ये राम भक्त हनुमान बोले राम राम राम 


ये राम सिया के प्यारे और भरत समान दुलारे
इनका राम नाम ही काम बोलें राम राम राम
उठे तो बोले राम बैठे तो बोले राम 
ये राम भक्त हनुमान बोले राम राम राम 


है कोई भगत नहीं ऐसा श्री हनुमान के जैसा
गावें सभी भक्त गुणगान बोलें राम राम राम 
उठे तो बोले राम बैठे तो बोले राम 
ये राम भक्त हनुमान बोले राम राम राम 

बन्नी मेरी चौक पे बैठी - Banni Meri Chauk Pe Baithi - LYRICS -

बन्नी मेरी चौक पे बैठी बलाईयां कौन लेवेगा
बलाइयां कौन लेवेगा बलाइयाँ कौन लेवेगा

बलाइयां ले रहे बाबा बलैया ले रहे ताऊ
बलैया ले रही दादी जिन्होंने उसे गोद खिलाया है
बलैया ले रही ताई जिन्होंने उसे गोद खिलाया है

(इसी तरह से आगे भी गाना है)

Sunday, January 29, 2023

भातों का गम न करना - Bhaaton Ka Gum N Karna - LYRICS -

भातों का गम न करना विरन, थोड़े से गुजारा कर लेंगे कर लेंगे

अरे गहनों का गम न करना विरन, 
मुंदरी में गुजारा कर लेंगे कर लेंगे। अरे भातों...

कपड़ों का गम न करना विरन,
चुनरी से गुजारा कर लेंगे कर लेंगे। अरे भातों...

बर्तन का गम न करना विरन,
चम्मच से गुजारा कर लेंगे कर लेंगे। अरे भातों...

मोहरों/ रुपयों का गम न करना विरन
सिक्के से गुजारा कर लेंगे कर लेंगे। अरे भातों...

बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव - Boli Boli Re Koyaliya Har Har Mahadev - LYRICS -

बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव
हर हर महादेव गौरा रानी के महेश २ 

बागों में बोली बगीचों में बोली, 
अमुवा की डाली पे बोली महादेव  बोली बोली....

तालों पे बोली तलैयों पे बोली,
गंगा की लहरों में बोली महादेव   बोली बोली....

महलों में बोली डुमेहलों में बोली, 
छज्जे पे बैठी बोली महादेव   बोली बोली....

हरिद्वार में बोली काशी में बोली,
कैलाश पर्वत पे बोली महादेव   बोली बोली....

मंदिर में बोली शिवाला में बोली,
सत्संग के बीच में बोली महादेव   बोली बोली....