Wednesday, May 26, 2021

भज ले हरि का नाम- Bhaj Le Hari Ka Naam- LYRICS-

भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी
आएगा बस यही काम काम भोले प्राणी

कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी बनकर बैठा सेठ करोड़ी
संग चले न कौड़ी दाम दाम भोले प्राणी
भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी

हरि भजन से मन क्यों चुराए काल बुलावा कब आ जाए
ही जाए जीवन की शाम शाम भोले प्राणी
भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी

गर्भ में तूने वादा किया था हरि चिंतन का इरादा किया था
अब तो लेे भज सीताराम राम भोले प्राणी
भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी
आएगा बस यही काम काम भोले प्राणी

Sunday, May 23, 2021

दूल्हा बूढों है - Dulha Budho Hai - LYRICS-

दूल्हा बूढों है नारद कैसा वर ढूंढो है

तुम तो कहते वाले महल दूमहला
पर्वत ऊंचो है। नारद.....
दूल्हा बूढों है नारद कैसा वर ढूंढो है

तुम तो कहट वाके घोड़ा हाथी
नादिया बूढों है।  नारद....
दूल्हा बूढों है नारद कैसा वर ढूंढो है

तुम तो कहत बाके धन और दौलत
भांग धतूरों है।  नारद.....
दूल्हा बूढों है नारद कैसा वर ढूंढो है


Saturday, May 22, 2021

दिल मतवाला जपूं कैसे माला - एकादशी भजन - Lyrics


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दिल मतवाला जपूं कैसे माला,
मन मतवाला जपूं कैसे माला x2

इस माला में सौ आठ गुइन्यां 
उंगली में पड़ गया छाला
मन मतवाला जपूं कैसे माला

नहाएं धोए मैं पूजा पे बैठी।
दिल में लग गया ताला 
दिल मतवाला जपूं कैसे माला
हाय राम मन मतवाला जपूं कैसे माला।

इस काया के दस दरवाजे
जैसे मकड़ी का जाला
मन मतवाला जपूं कैसे माला

Thursday, May 20, 2021

सीख लियो मेरे राम - Seekh Liyo Mere Ram - LYRICS-

सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

सास ससुर मैने ऐसे समझे जैसे चारों धाम
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो


जेठ जिठानी मैने ऐसे समझे जैसे गौरी शंकर
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

देवर देवरानी मैने ऐसे समझे जैसे उर्मिला लक्ष्मण
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

नन्द नंदोई मैने ऐसे समझे जैसे कन्यादान
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

पति अपने मैने ऐसे समझे जैसे श्री भगवान
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

Wednesday, May 19, 2021

वनवासी हुए राम - Vanvaasi Hue Ram - LYRICS-

वनवासी हुए राम अपने भक्त के कारण
अपने भक्त के कारण भक्त के कारण

पहला मिलन केवट से भयो केवट से
केवट चरण पखार अपने भक्त के कारण
वनवासी हुए राम अपने भक्त के कारण

दूजो मिलन शबरी से भयो शबरी से 
दर्शन दिए आए अपने भक्त के कारण
वनवासी हुए राम अपने भक्त के कारण

तीजो मिलन है जटायू मिलन है जटायू
पहुंचाए निज धाम अपने भक्त के कारण
वनवासी हुए राम अपने भक्त के कारण

चौथे मिलन है  विभीषण मिलन है विभीषण
बनाए बिगड़े काम अपने भक्त के कारण
वनवासी हुए राम अपने भक्त के कारण

पांचों मिलन है रावण मिलन है रावण
पहुंचाए अपने धाम  अपने भक्त के कारण
वनवासी हुए राम अपने भक्त के कारण

राम नाम नहीं भायो रे - Ram Naam Nhi Bhayo Re - LYRICS-

राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो
माया में फंस गयो मोह माया में फंस गई

पहली रोटी मैंने गाय की बनाई वो भी पतली पतली रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

दूजि रोटी मैंने कुत्ते की बनाई उसमें भी भुसी मिलाई रे 
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

तीजी रोटी मैंने कुनवे की बनाई वो भी गोंच खिलाई रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

हरि सत्संग को आयो रे बुलावो दाल खटोला मैं तो से गई रे      मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

यम के दूत जब लेने को आए छुप कोने में रोई रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

धर्मराज मेरी लेखा मांगे लेखा में कछु न पायो रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

एक बार मोए वापिस भेजो दोनों हाथ लुटाऊं रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

वापिस जा के क्या मैं करूंगी बेटों ने घर वार बांटे रे
बहुओं ने लगा दिए ताले रे   मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

Tuesday, May 18, 2021

ओ मेरे ओम नाम भोले नाथ - O Mere Om Naam Bholenath - LYRICS-p

ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी बन गए महल दुमहला
मेरी टूटी झोंपड़ियों में खाटबुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

पांच सेर को आटो मांडो का गयो सब परिवार
मेरे टुकडो पे हो रही है रा र  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

पांच भैंस मेरे घर में बंध रही पांचों से रही दूध
ओ मेरी चाय पे हो रही है रा र  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

सरकत सरकट बोइया टोही बामे सूखे टुकड़ा
ओ मेरी आंखों में भर आयो नीर  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

एक दिन मैने अपनो बेटा लियो है बुलवाए
बेटा मेरी कदर हाथ नाय  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

इतने बोल सुने मैया के गयो गोरी के पास 
गोरी मैया को सुखमय दियो  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

ये के अपने बालक बच्चे ये लेे निहाल तिवारे
मैं तो कुंए में झोंकुंगी जान  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

इतने बोल सुने गोरी के गयो मैया के पास 
मैया जैसी कटे वैसी काट  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया