Wednesday, May 19, 2021

राम नाम नहीं भायो रे - Ram Naam Nhi Bhayo Re - LYRICS-

राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो
माया में फंस गयो मोह माया में फंस गई

पहली रोटी मैंने गाय की बनाई वो भी पतली पतली रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

दूजि रोटी मैंने कुत्ते की बनाई उसमें भी भुसी मिलाई रे 
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

तीजी रोटी मैंने कुनवे की बनाई वो भी गोंच खिलाई रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

हरि सत्संग को आयो रे बुलावो दाल खटोला मैं तो से गई रे      मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

यम के दूत जब लेने को आए छुप कोने में रोई रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

धर्मराज मेरी लेखा मांगे लेखा में कछु न पायो रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

एक बार मोए वापिस भेजो दोनों हाथ लुटाऊं रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

वापिस जा के क्या मैं करूंगी बेटों ने घर वार बांटे रे
बहुओं ने लगा दिए ताले रे   मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

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