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मैं आरती करने आई हूँ x2
मैं आरती करने आई हूँ
मैं आरती करने आई हूँ
मेरे हाथ में गंगाजल लोटा है
मैं तुम्हे नहलाने आई हूँ
ज़रा जल्दी नहालो मनमोहन
मैं आरती करने आई हूँ
ज़रा बंशी बजा दो...
मेरे हाथ में वस्त्र की थाली है
मैं पीताम्बर पहनाने आई हूँ
ज़रा बंशी बजा दो...
मेरे हाथ में तिलक कटोरी है
मैं चन्दन लगाने आई हूँ
ज़रा बंशी बजा दो...
मेरे हाथ में फूलों की माला है
मैं तुम्हे पहनाने आई हूँ
ज़रा जल्दी पहन लो मनमोहन
मैं माला पहनाने आई हूँ
ज़रा बंशी बजा दो...
मेरे हाथ में धूप और दीपक हैं
मैं ज्योत जलने आई हूँ
ज़रा बंशी बजा दो...
मेरे हाथ में माखन मिश्री है
मैं भोग लगाने आई हूँ ......मैं तुम्हे खिलने आई हूँ
ज़रा भोग लगादो मनमोहन
मैं तुम्हे खिलने आई हूँ
ज़रा बंशी बजा दो...
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