तर्ज- मै नागिन तू सपेरा
गोविन्द गोपाल गाती है मीरा
हाथों में देकर मजीरा 2
विष का प्याला मैं पी लूंगी
नाम हरि का मै ले लूंगी 2
गोविन्द-----
सर्पो की माला मैं पहनूंगी
नाम मुरारी का मैं ले लूंगी 2
गोविन्द -----
कांटों की सेज पै मै सो लूंगी
नाम गिरधारी का मैं ले लूंगी
गोविन्द---
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