हमने जग की अजब तस्वीर देखी एक हंसता है दस रोते हैं
प्रभु की अद्भुत जागीर देखी एक हंसता है दस रोते हैं
हमें हंसते मुखड़े चार मिले, दुखियारी चेहरे हज़ार मिले
यहां सुख से सौ गुनी पीर देखी एक हंसता है दस रोते हैं
हमने जग की अजब...
दो एक सुखी यहां लाखों में आंसू हैं करोड़ों आंखो में
हमने गिन गिन हर तस्वीर देखी एक हंसता है दस रोते हैं
हमने जग की अजब...
कुछ बोल प्रभु तेरी क्या माया तेरा भेद समझ में ना आया हमने देखे महल कुटीर देखी एक हंसता है दस रोतें है
हमने जग की अजब...
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