मैं गंगाजी को जाऊं और वहां से जल भर लाऊं
अपने गणपति को देऊं नहलाए, बुद्धि के देने वाले
मेरे गणपति दीन दयाल बुद्धि के देने वाले
मैं जंगल जंगल जाऊं वहां से चंदन घिस के लाऊं
गणपति को तिलक लगाऊं बुद्धि के देने वाले
मेरे गणपति दीन दयाल बुद्धि के देने वाले
मैं बागों बागों जाऊं वहां से कलियां तोड़ के लाऊं
गणपति को हार पहनाऊं बुद्धि के देने वाले
मेरे गणपति दीन दयाल बुद्धि के देने वाले
मैं बजाज दुकानियां जाऊं पीताम्बर लेे के आऊं
गणपति को दूं पहनाए बुद्धि के देने वाले
मेरे गणपति दीन दयाल बुद्धि के देने वाले
मैं हलवाई दुकान जाऊं वहां से लड्डू लाऊं
गणपति को भोग लगाएं बुद्धि के देने वाले
मेरे गणपति दीन दयाल बुद्धि के देने वाले
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