मैंने पहली माला फेरी सासुल ने आकर घेरी
कभी करती न सेवा मेरी
हरि नाम की माला जपती
मैंने दूजी माला फेरी बेटे ने आकर घेरी
कुछ काम धाम न करती
हरि नाम की माला जपती
मैंने टीजी माला फेरी बहुअल ने आकर घेरी
कभी मेरे बच्चे न खिलाती
हरि नाम की माला जपती
मैंने चौथी माला फेरी बेटी ने आकर घेरी
कुछ देन लेन न करती
हरि नाम की माला जपती
मैंने पांचवीं माला फेरी पोते ने आकर घेरी
कभी मुझे न घुमाती फिराति
हरि नाम की माला जपती
मैंने छठवीं माला फेरी साजन ने आकर घेरी
कभी मेरे पास न बैठती
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