बड़ी मुश्किल से बेटा जाए दूध पिला भरपूर
गुरुजी मेरे तुम ही अनोखे फूल
मैने तो सोची बेटा सेवा करेंगे हो गए दिल से दूर
गुरुजी मेरे तुम ही अनोखे फूल
दिल की सुनेगी,लेे गए पराए पूत
गुरुजी मेरे तुम ही अनोखे फूल
ये काया मैने मल मल धोई तेल लगाएं भरपूर
गुरुजी मेरे तुम ही अनोखे फूल
मैने तो सोची काया संग चलेगी हो गई यहीं पर धूल
गुरुजी मेरे तुम ही अनोखे फूल
कौड़ी कौड़ी मैया जोड़ी भर लये सब संदूक
गुरुजी मेरे तुम ही अनोखे फूल
मैने ती सोची मैया संग चलेगी यहीं रह गए संदूक
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