दिल में तुझे बिठा के कर लूंगी मैं बंद आंखें
पूजा करूंगी तेरी भक्ति करूंगी तेरी
तेरा ही मुख देख के कान्हा रात को में सो जाऊं2
भोर भए जब आंख खुले तो तेरे ही दर्शन पाऊं
दुनिया से क्या है लेना तेरी शरण में रहना
दिल में तुझे बिठा के...
भक्ति में है शक्ति कान्हा भक्ति का वर दे दो2
ज्ञान दिया अर्जुन को तुमने मुझको भी कुछ दे दो
चरणों में तेरे बैठूं लेकर के नाम तेरा
दिल में तुझे बिठा के...
मेरे दिल में सांवरिया प्रेम की जोत जला दो
भजन करूं मैं सच्चे में से विनती मेरी सुन लो
जीवन तुम्हीं को अर्पण इस भक्त ने कर दिया है
दिल में तुझे बिठा के...
दिल में तुझे बिठा के...
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