Sunday, May 17, 2020

Banva De Re bhola Sone Ki Ek -LYRICS

बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया
तुम तो भोला अस्सी बरस के मेरी बली उमरिया
बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया
शिव शंकर ने हुकम किया जब विश्कर्मा बुलवाए
सोने का तो महल बनाया सोने के खम्ब लगाए 
इसी सुंदर बनी अटारिया ठहरे नहीं नजरिया
बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया
महल बना जब सोने का तो हवन यज्ञ करवाया
रावण जैसा ज्ञानी पंडित पूजन को बुलवाया
पूजा करते करते पड़ गई रावण की नजरिया
बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया
रावण बोला ओ मेरे स्वामी मैं हूं दास तुम्हारा 
सोने का ये महल आपका लगे बड़ा ही प्यारा
मुझे दान में देदो भोले सोने की ये अटारिया
बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया
महल अटारी दान में देकर शिव कैलाश पधारे
रूंठ के बैठी गौरा मैया शिवजी लगे मनाने
अपने भाग्य में नहीं है गौरा सोने की अटारिया
बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया
शिव शंकर हनुमान बने सीता का पता लगाया
पूंछ में बैठी गौरा मैया लंका नगर जलाया
खाख में मिल गई रावण तेरी सोने की अटारिया
बनवा दे  भोले सोने की एक अटारिया

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