Saturday, May 30, 2020

Le Lo Le Lo Re Hari Ka Naam -LYRICS

ले लो ले लो रे हरि का नाम कर्मों का साथी कोई नहीं

एक मां के दो दो बेटे अपने अपने भाग 
एक तो वो राज करती है दूजो मांगे भीख
कर्मों का साथी कोई नहीं
ले लो ले लो रे हरि का नाम कर्मों का साथी कोई नहीं

एक गाय के दो दो बछड़े अपने अपने भाग्य
एक तो वो रथ में चलत है दूजो जोते ते खेत
कर्मों का साथी कोई नहीं
ले लो ले लो रे हरि का नाम कर्मों का साथी कोई नहीं

एक पहाड़ के दो दो पत्थर अपने अपने भाग्य
एक तो मंदिर में लगो है दूजो नाली बीच
कर्मों का साथी कोई नहीं
ले लो ले लो रे हरि का नाम कर्मों का साथी कोई नहीं

एक डाल के दो दो फूल  अपने अपने भाग्य
एक तो मंदिर में चढ़ रयो दूजो अर्थी बीच
कर्मों का साथी कोई नहीं
ले लो ले लो रे हरि का नाम कर्मों का साथी कोई नहीं

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