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Tuesday, December 28, 2021

सब उमर बीत गई - Sab Umar Beet Gai - LYRICS -https://youtu.be/BLzuEF6gfCA

सब उमर बीत गई धोखे में परिणाम न जाने क्या होगा
जब समय आखिरी आएगा भगवान न जाने क्या होगा

जिस प्रभु ने सुख धन धाम दिया नहीं प्रेम से उसका नाम लिया
बंदा बन गंदा काम किया  परिणाम न जाने क्या होगा
सब उमर बीत गई धोखे में परिणाम न जाने क्या होगा

हीरा सा जीवन खोया है पर मैल न मन का धोया है
ये बीज पाप का बोया है परिणाम न जाने क्या होगा
सब उमर बीत गई धोखे में परिणाम न जाने क्या होगा

विषयों में जीवन गंवा दिया सब झूठ कपट छल काम किया
नहीं संत जनों से प्रेम किया परिणाम न जाने क्या होगा
सब उमर बीत गई धोखे में परिणाम न जाने क्या होगा

न कोई शुभ काम किया तन से जीवन भर पाप किया
मन से न प्रभु का नाम लिया परिणाम न जाने क्या होगा
सब उमर बीत गई धोखे में परिणाम न जाने क्या होगा
जब समय आखिरी आएगा भगवान न जाने क्या होगा

Monday, December 27, 2021

जब भक्त नहीं होंगे - Jab Bhakt Nhi Honge - LYRICS-https://youtu.be/bg3O7_ph46Q

जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहां होंगे

मैने मित्र बहुत देखे मेहमान बहुत देखे
पर मित्र सुदामा सा मेहमान नहीं देखा
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहां होंगे

मैने दान बहुत देखे दानी भी बहुत देखे
पर कन्यादान सा कोई दान नहीं देखा
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहां होंगे

मैने भक्त बहुत देखे भक्ति भी बहुत करी
पर नरसी भगत जैसा कोई भक्त नहीं देखा
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहां होंगे

Thursday, December 16, 2021

भजो मन राम और सीता - Bhajo Man Ram Aur Seeta -LYRICS https://youtu.be/xrTnMwbae4w

भजो मन राम और सीता जन्म जाता है अब बीता

हुआ जब गर्भ में वासा करूं अब कौन सी आसा
निकालो गर्भ से भगवन करूं मैं आपकी पूजा
भजो मन राम और सीता जन्म जाता है अब बीता

गिरा जब आन कर धरनी करूं अब कौन सी करनी
उठा लो गोद में माता तोड़ दो राम से नाता
भजो मन राम और सीता जन्म जाता है अब बीता

लड़कपन खेल में खोया जवानी नींद भर सोया
बुढ़ापा देख कर रोया कहां हैं राम और सीता
भजो मन राम और सीता जन्म जाता है अब बीता

पलंग के चार पाए हैं फरिश्ते लेने आए हैं
संभल कर ले चलो भाई मेरा परिवार रोता है
भजो मन राम और सीता जन्म जाता है अब बीता

Monday, November 22, 2021

तूने कैसा बनाया इंसान - Tune Kaisa Banaya Insaan - LYRICS-

तूने कैसा बनाया इंसान रे, मुझे ये तो बता दो भगवान re

कोई पीता है कोकाकोला पेप्सी, कोई पानी से करता गुजारा
कोई प्यासा ही सड़कों पे डोले re मुझे ये तो बता दो भगवान re
तूने कैसा बनाया इंसान रे, मुझे ये तो बता दो भगवान re

कोई खाता है पूड़ी कचौड़ी, कोई रोटी में करता गुजारा
कोई भूखा ही सड़कों पे डोले re मुझे ये तो बता दो भगवान re
तूने कैसा बनाया इंसान रे, मुझे ये तो बता दो भगवान re

कोई सोता है मखमल के गद्दे कोई खटिया पे करता गुजारा
कोई नंगा ही सड़कों पे सोवे re मुझे ये तो बता दो भगवान re
तूने कैसा बनाया इंसान रे, मुझे ये तो बता दो भगवान re

होता है कीर्तन सुहाना - Hota Hai Kirtan Suhana - LYRICS-

होता है कीर्तन सुहाना सब कीर्तन में आना
कीर्तन में आना बहनों कीर्तन में आना
करना न कोई बहाना सब कीर्तन में आना

कीर्तन में  मिलती है आत्मा की शांति ज्ञान का मिलता खजाना
सब कीर्तन में आना

कीर्तन का प्याला पिए जो भी प्राणी, भक्ति का प्याला पिए जो भी प्राणी, हो प्रभु का दीवाना
सब कीर्तन में आना

कीर्तन से तरते हैं लाखों ही प्राणी, पा लो मुक्ति का ठिकाना
सब कीर्तन में आना 

Thursday, July 22, 2021

री बहना अब तो भजूंगी - Ri Behna Ab To Bhajoongi - LYRICS-

री बहना अब तो भजूंगि हरि नाम 
उमरिया सारी बीत गई

बालपन हंस खेल गंवाया री बहना जवानी हुई बेकाम
             उमरिया सारी बीत गई

झूठ कपट में ऐसी फस गई री बहना लियो न हरि को नाम        उमरिया सारी बीत गई

मानस तान पाया भागों से अरी बहना भक्ति करूंगी 
निष्काम   उमरिया सारी बीत गई


धन दौलत सब यहीं रह जाएगी बहना संग न जाए 
कौड़ी दाम  उमरिया सारी बीत गई


महल तीवारे यहीं रह जायेंगे बहना संग जावे हरि को नाम          उमरिया सारी बीत गई

री बहना अब तो भजूंगि हरि नाम 
उमरिया सारी बीत गई

Sunday, July 18, 2021

मैं तो भूल गई भगवान - Main To Bhool Gayi Bhagvaan - LYRICS-

मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

चार बजे उठ चकिया पीसी सारे कुनबे को रोटी बनाई
सारा कर लिया काम माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

पड़ोसन बहना आय के बैठ गई पतला बिछाय मैंने वो 
बैठा लयी इत उत की कर लई बात माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

सांझ भई और भयो अंधेरो साग बनायो रोटी बनाई
खाट बिछाई मैंने बिस्तर लगाए मेरी पड़ते ही लग गई
आंख   माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

यम के दूत जब लेने को आगे में तो खाट के नीचे 
दुबक gayi माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई
धर्मराज ने हुक्म सुनाया इस बुढ़िया को लाओ खींच
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

धर्मराज की पेशी लागी फिर मांगा है हिसाब
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

क्या तू ए खाया क्या है कमाया क्या किया पुण्य दान
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

बहुत ही खाया मैंने घना कमाया कुछ न किया पुण्य दान
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

झूठ  कभी मैंने बोली नहीं है, चुगली भी मैंने करी नहीं है
सांची कहीं है बात  माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

सास ननद मैंने कभी न सताई देवर बालक समान
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

बहू से कभी न मैंने ताले लगाए समझी अपनी बेटी समान   माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

गैर आदमी की तरफ न देखा समझा अपना पति भगवान
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

क्या री तू करेगी माला जप के तेरे रोम रोम भगवान
माला भूल गई
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई

Sunday, July 11, 2021

कैसी आ रही बहार - Kaisi Aa Rahi Bahaar - LYRICS-

कैसी आ रही बहार सत्संग में 
बहना तुम भी चलो साथ सत्संग में

पहली सखी से यों उठ बोली बहना तुम भी चलो साथ सत्संग में

या सत्संग में हम नहीं जाएंगे मेरी लड़ रही सास
सत्संग में

दूजे सखी से यों उठ बोली बहना तुम भी चलो साथ सत्संग में

या सत्संग में हम नहीं जावें,मेरे लड़ रहे भरता र
सत्संग में

तीजि सखी से यों उठ बोली बहना तुम भी चलो साथ सत्संग में

या सत्संग में हम नहीं जवें मेरो रोवे नंदलाल सत्संग में

चौथी सखी से यों उठ बोली बहना तुम भी चलो साथ सत्संग में

या सत्संग में हम नहीं जावे मेरे आ गए रिश्तेदार 
सत्संग में

पांचवीं सखी से यों उठ बोली बहना तुम भी चलो साथ सत्संग में

या सत्संग में हम नहीं जावे हमे चढ़ रहो बुखार सत्संग में

सत्संग सुन के में घर अाई पांचों थादी बतराए सत्संग में

थोड़ी प्रसाद बहना हमको भी देना ये प्रसाद बहना तुम्हें न मिलेगा,ये प्रसाद बहना बई ए मिलेगो
जो चलेगी हमारे साथ सत्संग में

Thursday, July 1, 2021

बुढ़ापे बैरी कोई न पूछे बात - Budhapa Bairy Koi N Poochhe Baat - LYRICS-

बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात
आयो बुढ़ापा के गयो मेरे कान में बात
मीठा बोलो झुक के चलो लाठी लेे लो हाथ
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

अंदर से वो बेटा आया सुन मैया मेरी बात
चारों कोने पड़े है घर में कहीं बिछा लेे खाट
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

अंदर से वो बहू अाई सुन सासू मेरी बात 
घर की चाबी हमको देदो तुम्हें रहे न कुछ याद
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

बाहर से वो पिता आया सुन दादी मेरी बात
रात भर तुम खों खो करती बाहर बिछा लो खाट
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

बाहर से वो धेवता आया सुन मानी मेरी बात
तुम मरोगी हमें क्या दोगी हम तो करेंगे तुम्हें याद
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

बाहर से वो सदगुरू आए सुन पगली मेरी बात
राम नाम की माला जप लेे भजन करो दिन रात
बुढ़ापा बैरी कोई न पूछे बात

Saturday, June 26, 2021

अरे नर काहे पे करत गुमान - Are Nar Kaahe Pe Karat Gumaan - LYRICS-

अरे नर काहे पे करत गुमान 
कोई नहीं अमर रहओ दुनियां में

भए अर्जुन वाणाधारी रथ को हांक रहे बनवारी
अरे उनके खाली न जाएं वाण
कोई नहीं अमर रहओ दुनियां में

भयो रावण सो ये बलवंत जिसकी सारी सोने की लंका 
कर दिए देवन के अपमान
कोई नहीं अमर रहओ दुनियां में

भए पितामह भीष्म बलशाली जाके मौत पास नहीं आती
अरे तीरन पे करें विश्राम
कोई नहीं अमर रहओ दुनियां में

वो बाली भयो बलशाली किस्किंधा राज वाको भारी
अरे वाय मारें प्रभु श्री राम
कोई नहीं अमर रहओ दुनियां में

Saturday, June 12, 2021

करो चाहे लाख चतुराई - Karo Chahe Lakh Chaturaai - LYRICS-

करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

बना एक कांच का मंदिर उसी में भगवान रहते हैं
लिए हैं पेन और कागज सभी की तकदीर लिखते हैं
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

लड़कपन खेल में खोया जवानी नींद भर सोया
बुढ़ापा देखकर रोया   उसी घर सबको जाना है
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

वो टूटी आम से डाली रोया बाग़ का माली
बगीचा हो गया खाली   उसी घर सबको जाना है
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

पलंग के चार हैं पाए विधाता लेने को आए
खुशी से लेे चलो भाई रोएंगे बहन और भाई 
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है

Wednesday, May 26, 2021

राम रस जाने पीयो - Ram Ras Jaane Piyo - LYRICS-

राम रस जाने पीयो जई की लगेगी नैया पार

राम रस मीरा ली गई छान लगा लियो अपने प्रभु से ध्यान
जहर को अमृत बन गयो   जई की लगेगी नैया पार
(इसी प्रकार से आगे कहते जाना है)

द्रौपदी, शबरी, नरसी, प्रहलाद, मोरध्वज,


भज ले हरि का नाम- Bhaj Le Hari Ka Naam- LYRICS-

भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी
आएगा बस यही काम काम भोले प्राणी

कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी बनकर बैठा सेठ करोड़ी
संग चले न कौड़ी दाम दाम भोले प्राणी
भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी

हरि भजन से मन क्यों चुराए काल बुलावा कब आ जाए
ही जाए जीवन की शाम शाम भोले प्राणी
भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी

गर्भ में तूने वादा किया था हरि चिंतन का इरादा किया था
अब तो लेे भज सीताराम राम भोले प्राणी
भज ले हरि का नाम नाम भोले प्राणी
आएगा बस यही काम काम भोले प्राणी

Thursday, May 20, 2021

सीख लियो मेरे राम - Seekh Liyo Mere Ram - LYRICS-

सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

सास ससुर मैने ऐसे समझे जैसे चारों धाम
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो


जेठ जिठानी मैने ऐसे समझे जैसे गौरी शंकर
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

देवर देवरानी मैने ऐसे समझे जैसे उर्मिला लक्ष्मण
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

नन्द नंदोई मैने ऐसे समझे जैसे कन्यादान
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

पति अपने मैने ऐसे समझे जैसे श्री भगवान
ज्ञान मैने सीख लियो
सीख लियो मेरे राम ज्ञान मैने सीख लियो

Wednesday, May 19, 2021

राम नाम नहीं भायो रे - Ram Naam Nhi Bhayo Re - LYRICS-

राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो
माया में फंस गयो मोह माया में फंस गई

पहली रोटी मैंने गाय की बनाई वो भी पतली पतली रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

दूजि रोटी मैंने कुत्ते की बनाई उसमें भी भुसी मिलाई रे 
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

तीजी रोटी मैंने कुनवे की बनाई वो भी गोंच खिलाई रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

हरि सत्संग को आयो रे बुलावो दाल खटोला मैं तो से गई रे      मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

यम के दूत जब लेने को आए छुप कोने में रोई रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

धर्मराज मेरी लेखा मांगे लेखा में कछु न पायो रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

एक बार मोए वापिस भेजो दोनों हाथ लुटाऊं रे
मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

वापिस जा के क्या मैं करूंगी बेटों ने घर वार बांटे रे
बहुओं ने लगा दिए ताले रे   मन माया में फंस गयो
राम नाम नहीं भायों रे मन माया में फंस गयो

Tuesday, May 18, 2021

ओ मेरे ओम नाम भोले नाथ - O Mere Om Naam Bholenath - LYRICS-p

ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी बन गए महल दुमहला
मेरी टूटी झोंपड़ियों में खाटबुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

पांच सेर को आटो मांडो का गयो सब परिवार
मेरे टुकडो पे हो रही है रा र  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

पांच भैंस मेरे घर में बंध रही पांचों से रही दूध
ओ मेरी चाय पे हो रही है रा र  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

सरकत सरकट बोइया टोही बामे सूखे टुकड़ा
ओ मेरी आंखों में भर आयो नीर  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

एक दिन मैने अपनो बेटा लियो है बुलवाए
बेटा मेरी कदर हाथ नाय  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

इतने बोल सुने मैया के गयो गोरी के पास 
गोरी मैया को सुखमय दियो  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

ये के अपने बालक बच्चे ये लेे निहाल तिवारे
मैं तो कुंए में झोंकुंगी जान  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

इतने बोल सुने गोरी के गयो मैया के पास 
मैया जैसी कटे वैसी काट  बुढ़ापा बैरी आ गया
ओ मेरे ओम नाम भोलेनाथ बुढ़ापा बैरी आ गया

Friday, May 14, 2021

बैठी बैठी बात बनावे - Baithi Baithi Baat Banaave - LYRICS-

बैठी बैठी बात बनावे सास मेरी भजन न गावे

बहू काहे सासू सत्संग सुन आओ घुटनों में दर्द बातावे
सास मेरी भजन न गावे
बैठी बैठी बात बनावे सास मेरी भजन न गावे

बहू कहे सासू गीत पढ़ लो आंखों में दर्द बता वे
सास मेरी भजन न गावे
बैठी बैठी बात बनावे सास मेरी भजन न गावे

बहू कहे सासू सत्संग सुन लो कानों में दर्द बता वे
सास मेरी भजन न गावे
बैठी बैठी बात बनावे सास मेरी भजन न गावे

बहू कहे सासू माला जाप लो हाथों में दर्द बता वे
सास मेरे भजन न गावे
बैठी बैठी बात बनावे सास मेरी भजन न गावे

पल्ले मोहल्ले में हुई है लड़ाई सबसे पहले जाबें
सास मेरी भजन न गावे
बैठी बैठी बात बनावे सास मेरी भजन न गावे

कोई काऊ को न है - Koi Kauu Ko N Hai - LYRICS-

कोई काऊ को न है भजन करो
ये बेटा मैंने ऐसे पाले इन बेटन को ब्याह करयो
आ गईं चतुर लुगाइयां भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

ये बहुएं मैंने ऐसी राखिं जैसे नैन पुतलियां
भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

इन बहुएं से मैंने खाना मांगो के रही सबर न है
भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

ये बेटी मैंने ऐसी पाली जैसे सोन चिरैया
भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

इन बेटइन को ब्याह कारायो मिल गए सैयां गुसैयान
भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

इन बेटी को मैंने लेवे भेजो के रही टाइम न है
भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

ये पोते मैंने ऐसे पाले  रोज उठाए कनियां पे राखे
कह रहे मौत न आवे भजन करो
कोई काऊ को न है भजन करो

Tuesday, May 11, 2021

काया अजब बनाई - Kaya Ajab Banaai - LYRICS-

काया अजब बनाई ये काया तेरी धोखे की हवेली

जब काया का बचपन आया मां की गोद में खेली
ये काया तेरी धोखे की हवेली

जब काया हुई पांच बरस की सखियों के संग खेली
ये काया तेरी धोखे की हवेली

जब काया हुई पंद्रह बरस की खिल गई फूल चमेली 
ये काया तेरी धोखे की हवेली

जब काया को अाई है जवानी साजन के संग हो ली
ये काया तेरी धोखे की हवेली

जब काया को आया है बुढ़ापा खात पे सो ली
ये काया तेरी धोखे की हवेली

चार जने जब में को आए चुप चुप के वो री ली
ये काया तेरी धोखे की हवेली

चार जाने जब लेे गए उठा के मरघट बीच जलाई
ये काया तेरी धोखे की हवेली

फूंक फांक के घर को आए बेटी हिय भर रो ली
ये काया तेरी धोखे की हवेली

कहते कबीर सुनो भाई साधो यही जीवन की सच्चाई
ये काया तेरी धोखे की हवेली


Thursday, April 22, 2021

राखो लाज hamari- Rakho Laaj Hamari- LYRICS-

राखौ लाज हमारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी
पहले पुजात थे बाप महतारी
अब पुज रही घरवारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी
राखौ लाज हमारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी

पहले पूजत थी बहन भानेज 
अब पुज़ रही है सारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी
राखौ लाज हमारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी

पहले  पुज त थे दई रे देवता
अब पूज रहीराखौ लाज हमारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी है कलारी ओ सतगुरु रखो लाज हमारी